GK In Hindi General Knowledge मछलियां बिना सोए जीवित कैसे रहती है : समंदर अपने अंदर कई ऐसे बड़े रहस्य छूपाए रहता और बसाए रखता है, जिनको जानने के बाद आपको होश ही उड़ जाए ! ऐसा कहा जाता है कि समंदर दुनिया जैसे ही एक अगर दुनिया हैं जिसमें अरबों की संख्या में जीव रहते हैं ! ऐसे अजीब जीव जिनको देखने के बाद आप इस बात का अंदाजा नहीं लगा पाते कि ये इसी दुनिया के हैं या किसी और दुनिया के !
मछलियां बिना सोए जीवित कैसे रहती है | GK In Hindi General Knowledge

मछलियां बिना सोए जीवित कैसे रहती है | GK In Hindi General Knowledge
समंदर के अंदर कई खूबसूरत जीव रहते हैं, जैसे बेहद सुंदर-सुंदर और बेहद खतरनाक मछलियां ! इस दुनिया में मछलियों की कम से कम 28,500 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिन्हें अलग-अलग जगहों पर कोई 2,18,000 कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है ! इसकी परिभाषा कई मछलियों को दूसरे पानी में रहने वाले प्राणियों से अलग करती है ! मछलियां एक ऐसी जलीय प्राणी होती हैं जिनकी रीढ़ की हड्डी होती है और गिल्स से युक्त होती हैं !
बिना सोए जीवित रहना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है |
साथ ही अगर कोई डालीनुमा अंग होते हैं तो वे फिन के रूप में होते हैं ! ऐसे में मछलियों को लेकर कई लोगों के मन में एक सवाल ये आता है कि क्या मछलियां सोती हैं ! बिना सोए मछलियां जिंदा कैसे रहती हैं ! हमें पता है आपके मन भी ये सावल जरूर कई बार आया होगा ! आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं कि वो कैसे जिंदा रहती हैं ! सबसे पहले तो इस सवाल का जवाब यहै कि हां, मछलियां भी सोती हैं !
मछलियां भी सोती हैं, लेकिन अपने अंदाज में | General Knowledge
इसीलिए वो जीवित रह पाती है ! इस धरती पर ऐसा कोई जावनर या जीव नहीं हैं जो बिना सोए जिंदा रह पाए ! जीवन जिना हैतो इसके लिए सोना जरूरी है ! दरअसल, बात यह है कि मछलियों के हमारी तरह पलकें नहीं होती हैं ! इसलिए वो हमारी तरह अपनी आंखें बंद करके नहीं सोती हैं ! पलकें हमारी आखों के लिए क्या काम करती हैं ! पलकें हमारी आंखों में नमीं बनाए रखने के लिए काम आती हैं, जिससे वो हवा या किसी भी तरह की चीजों से घायल होने से रोक पाए, लेकिन मछलियां हमेशा पानी में ही रहती हैं, तो इसलिये उन्हें नमीं की कोई जरूरत ही नहीं होती !
हम मछली के सोने का अंदाज अलग होता है | GK In Hindi
मछलियां अपने दिमाग के कई तरह के हिस्सों को जरूरत के हिसाब से आराम देती हैं और कभी भी पूरी तरह अचेत नहीं होती हैं ! जैसे- शार्क मछली अपनी नींद में भी तैरती रहती है ! इसी तरह पैरेट मछली सोने से पहले अपने चारों ओर बुलबुलों का घेरा बना लेती है ! इसलिए मछलियां बिना आंखे बंद करके अपनी नींद पूरी कर लेती हैं ! अब जैसे जब्रा फिश या कई और तरह की मछलियों को ही देख लीजिए उनकी पलकें भी नही होती हैं !
सोते समय उनका मेटबॉलिजम बहुत धीमा हो जाता है |
GK In Hindi General Knowledge इसलिए वैज्ञानिकों को लगता था की ये मछली सोती भी या नहीं, लेकिन बाद में उन्होंने इस पर अध्ययन किया, जिसमें पाया गया कि मछलियां सोती है, लेकिन बहुत कम सोती है ! मतलब वो बहुत ही कम समय में अपनी नींद पूरी कर लेती हैं और जब मछलियां सोती है तब भी हल्के-हल्के से तैरती रहती हैं लेकिन उनका मेटबॉलिजम बहुत धीमा हो जाता है और वो बाह्य पर्यावरण के लिए उदासीन हो जाती हैं ! इतना ही नहीं कुछ मछलियां जिस दिशा या समंदर के क्षेत्र में रहती हैं वहां भी सबसे नीचे जाके सो जाती हैं, ताकी वो शिकार होने से बच सकें !